7. रणजीत सिंघ जी का उद्देश्य
रणजीत सिंघ जी का उद्धेश्य सारे सिक्ख सम्प्रदाय, पँथ को एक ही झण्डे के नीचे लाने
का था परन्तु सिक्खों की जनसँख्या उन दिनों दो स्थानों पर विभाजित थी। 1. सतलुज नदी
के उत्तर में, जहाँ का सारा प्रदेश मिस्लदारों के (फुल्फिया मिस्ल को छोड़कर) अधिकार
में था। रणजीत सिंघ उनको अपने राज्य में शामिल करना चाहता था, ताकि सिक्ख समुदाय का
अपना एक अलग शक्तिशाली राज्य स्थापित किया जा सके। 2. दूसरे, सतलुज नदी के दक्षिण
में स्थित मालवा प्रदेश में भी सिक्खों की आबादी थी, जहाँ बालक फूल की सन्तानें,
फल्लिया मिस्ल के शासक उपस्थित थे। रणजीत सिंघ चाहता था कि सिक्ख जहाँ कहीं भी हैं
चाहे सतलुज के उत्तर में या दक्षिण में वे सब खालसा पँथ के भाग हैं। इसलिए वह उन
सबको अपने राज्य में लाना चाहता था, ताकि वह समस्त सिक्खों का एक राष्ट्रीय शासक बन
सके।