12. कुँवर खड़क सिंघ का जन्म
लाहौर पर पूर्ण रूप से विजय प्राप्त करने के पश्चात ही को सन् 1800 ई. में मार्च
महीने में समाचार मिला कि आपकी पत्नी दातार कौर ने एक स्वस्थ्य बालक को जन्म दिया
है। महाराज साहिब जी ने उस बालक का नाम खड़क सिंघ रखा और इस शुभ अवसर पर बहुत धन
बाँटा गया।