581. फर्रूखसीयर किस स्थान का सूबेदार (राज्यपाल) था ?
582. बादशाह जहाँदार शाह और फर्रूखसीयर के मध्य युद्ध कब हुआ
और उसका क्या परिणाम रहा ?
583. फर्रूखसीयार के सम्राट बनने पर उसने सिक्खों के प्रति
कैसी नीति अपनाई ?
584. सढौरा व लोहगढ़ के किले दुबारा छिन जाने के बाद बाबा
बन्दा सिंघ बहादर जी ने अपना गुप्तवास कहाँ बनाया था ?
585. बन्दा सिंघ बहादर जी का दूसरा विवाह किससे हुआ ?
586. गुरदासपुर नँगल की गढ़ी या अहाते का वास्तविक नाम क्या
था ?
587. शाही सेना ने गुरदास नँगल के अहाते का घेराव कब किया ?
588. समय रहते खाद्यान के अभाव को देखते हुए दुनीचन्द की
अहातानुमा गढ़ी कौन खाली कर गये ?
589. "इबादतनामें" का लेखक मुहम्मद कासिम जो कि गुरदास नँगल
के अहाते का प्रत्यक्षदर्शी था क्या लिखता है ?
590. बाबा बन्दा सिंघ बहादुर जी ने आत्मसमर्पण क्यों किया ?
591. बाबा बन्दा सिंघ बहादुर जी ने आत्मसमर्पण कब किया ?
592. मुहम्मद हादी कामवर खान, बाबा बन्दा सिंघ द्वारा किये
गये आत्मसमर्पण के बारे में क्या लिखता है ?
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मुहम्मद हादी कामवर खान लिखता है कि "यह किसी की बुद्धिमत्ता
या शूरवीरता का परिणाम न था अपितु परमात्मा की कृपा थी कि यह इस प्रकार हो गया,
अन्यथा हर कोई जानता है कि स्वर्गीय बादशाह बहादुर शाह ने अपने चारों शहजादों
तथा असँख्य बड़े-बड़े अफसरों सहित इस विद्रोह को मिटाने के कितने प्रयत्न किये
थे। परन्तु वह सब विफल हुए थे।"
593. बन्दा सिंघ जी के साथ उनके परिवार में से किसे–किसे
गिरफ्तार किया गया था ?
594. बन्दा सिंघ व उसके साथियों को दिल्ली में किस कारावास
में रखा गया था ?
595. बन्दा सिंघ जी की पत्नि ने स्वाभिमान को ध्यान रखते हुए
क्या कदम उठाया ?
596. 5 मार्च सन् 1716 ई0 को दिल्ली के त्रिपोलिया दरवाजे की
ओर के चबूतरे पर जो कोतवाली के सामने स्थित है, प्रतिदिन कितने सिक्खों की हत्या की
जाने लगी ?
597. जल्लाद प्रत्येक सिक्ख सिपाही को कत्ल करने से पहले,
काजी का फतवा सुनने को कहता था। फतवे में वह क्या कहता था ?
598. ईस्ट इंडिया कम्पनी के राजदूत, सर जौहर सरमैन तथा
एडवर्ड स्टीफैनसन ने सिक्ख कैदियों का कत्लेआम अपनी आँखों से देखा। इन महानुभवों ने
जो विचित्र प्रभाव अनुभव किया, वे अद्भुत घटनाक्रम को लिखित रूप में सँकलित करके
अपने हैड कवार्टर कलकत्ता भेजा। उन्होंने अपने पत्र न0 12 में दिनांक 10 मार्च सन्
1716 ई0 को क्या लिखा ?
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वे सिक्ख कैदी जिन पर बगावत (देशद्रोह) का आरोप था। मृत्यु
स्वीकार करते समय उन्होंने जिस धैर्य और साहस का परिचय दिया वह अद्भुत और
विचित्र घटना है। क्योंकि ऐसा होता नहीं, साधारणतः अपराधी डर के मारे चीखता
चिल्लाता है, परन्तु वहाँ तो तथाकथित अपराधी मृत्यु के लिए स्वयँ को समर्पित कर
रहे थे और शाँतचित अपने भाग्य को स्वीकार करते थे। सभी को जान बख्शी का लालच
दिया गया बशर्ते वह इस्लाम कबूल कर ले परन्तु अंत तक यह नहीं मालुम हो सका कि
किसी सिक्ख कैदी ने इस्लाम स्वीकारा हो।
599. बन्दा सिंघ बहादुर जी की शहीदी कब हुई ?
600. बन्दा सिंह बहादुर के पुत्र अजय सिंह को किस प्रकार
शहीद किया गया ?