421. उदासी संत कृपाल जी ने किस शस्त्र से युद्ध लड़ा था ?
422. उदासी संत कृपाल जी ने किसे परास्त किया था ?
423. श्री गुरू गोबिन्द सिंघ जी के मामा का क्या नाम था,
जिन्होंने भँगाणी के युद्ध में भाग लिया था ?
424. भँगाणी के युद्ध में ऐसी कौनसी घटनाऐं घटित हुईं, जो
पठानों और पवर्तीय राजाओं को चकित कर देने वाली थीं ?
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1. गुरू जी के वीरता भरे जोश का ये प्रभाव था कि ब्राहम्ण
दयाराम भी शूरवीर बन गया था।
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2. चरवाहे भी युद्ध करने में अगुआ बन गये थे।
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3. एक साधू ने मुख्य पठान को मार गिराया था।
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4. एक लालचन्द नामक हलवाई ने भी अमीर खाँ नामक पठान को मार
गिराया था।
425. सँगोशाह जो कि भँगाणी के युद्ध में वीरगति को प्राप्त
हुआ, उसे गुरू जी ने क्या नाम दिया ?
426. भँगाणी के युद्ध में किसने श्री गुरू गोबिन्द सिंघ जी
पर तीन तीर चलाये और तीनों तीरों से गुरू जी का कुछ नहीं बिगड़ा। फिर गुरू जी ने एक
तीर मारा, जिससे उसकी मृत्यु हो गई ?
427. भँगाणी के युद्ध में पीर बुद्धु शाह के कितने पुत्र
शहीद हुये थे ?
428. भँगाणी के युद्ध में किसकी जीत हुई ?
429. साहिबजादा अजीत सिंघ जी का नाम अजीत सिंघ कैसे पड़ा ?
430. भँगाणी के युद्ध में हार होने पर राजा भीमचन्द ने श्री
गुरू गोबिन्द सिंघ जी के पास क्या प्रस्ताव भेजा ?
431. होली के त्योहार को "हौला-मौहल्ला" नाम किसने दिया ?
432. भाई नन्दलाल जी "गोया" कौन थे ?
433. भाई नन्दलाल जी श्री गुरू गोबिन्द सिंघ जी की शरण कैसे
आये ?
434. भाई नन्दलाल जी ने श्री गुरू गोबिन्द सिंघ जी की शरण
में क्या–क्या कार्य किये ?
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1. आपने गुरमति सिद्धान्तों की व्याख्या करने वाली कई
पुस्तकों की रचना की।
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2. गुरू जी की स्तुति में उच्च स्तर की कविताऐं लिखीं, जो
गुरूद्वारों में कीर्तन के रूप में गाई जाती हैं ?
435. भाई गुरदास जी के बाद वह कौन है, जिनकी रचना कीर्तन रूप
में गाई जाती है ?
436. भाई नन्दलाल जी "गोया" जी द्वारा रचित कितनी पुस्तकें
है ?
437. भाई नन्दलाल जी "गोया" जी द्वारा रचित पुस्तकें किन
भाषाओं में हैं ?
438. भाई नन्दलाल जी "गोया" जी द्वारा रचित पुस्तकें के नाम
क्या हैं ?
439. श्री गुरू गोबिन्द सिंघ जी ने लँगरों की किस प्रकार से
परीक्षा ली ?
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गुरू जी रात में किसान की वेशभूषा बनाकर सभी धनी व्यक्तियों
के लँगरों में गये, किन्तु सभी ने लँगर ना छकाकर यह कह दिया कि लँगर खत्म हो गया
है, केवल भाई नन्दलाल जी ने तुरन्त तैयार करके खिलाया तो समस्त लँगरों में भाई
नन्दलाल जी के लँगर को उत्तम घोषित किया गया।
440. श्री गुरू गोबिन्द सिंघ जी के कवि दरबार में कितने कवि
थे ?