15. जालन्धर के फौजदार की मरम्मत
सरदार जस्सा सिंह आहलूवालिया जी ने अहमदशाह द्वारा नियुक्त जालन्धर के फौजदार सआदत
खान को ललकारा। वह तो जालन्धर से बाहर आने का साहस तक न कर सका। अतः जस्सा सिंह जी
ने उसके नायब विशम्बर दास लसाड़ा को उड़मुड़ टाँड में पराजित करके वहाँ के बहुत से
गाँव पर अपना नियन्त्रण कर लिया। इस प्रकार सआदत खान भय के मारे भागकर लाहौर चला गया।
तद्पश्चात उन्होंने काठगढ़ के गोले खान तथा शँकरगढ़ के मुस्लिम राजपूतों के होश ठिकाने
लगाकर दोनों स्थानों पर अधिकार कर लिया। इस प्रकार समस्त सिक्खों के लिए श्री
अमृतसर साहिब जी से श्री आनन्दपुर साहिब जी जाने वाला मार्ग सदैव के लिए सुरक्षित
हो गया।