21. जमीदारी प्रथा का उन्मूलन
बंदा सिंघ बहादुर जी ने एक अध्यादेश जारी करके घोषणा करवाई कि भूमि जोतने वाले
किसान ही वास्तविक भूमि के स्वामी होगे और बीचौंलियों अर्थात् जमींदारी प्रथा
समाप्त की जाती है। इसके साथ ही किसानों को जमींदारो के जुल्मों-सितम, अत्याचारों
से बचानें के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया और कहा कि किसान बहूसँख्या में हैं अतः
वे अपने हितों की रक्षा स्वयँ अपने बाहूबल के सहारे करें। इस प्रकार किसानों ने
प्रशासन से प्रेरणा पाकर जमींदारों को सदा के लिए खदेड़ दिया और स्वयँ अपनी भूमि के
स्वामी बन गए। विश्व इतिहास में पहली बार जमींदारी प्रथा का अंत बंदा सिंह बहादुर
के सत्तारूढ़ होने पर पँजाब में हो गया।