19. रामराय सम्प्रदाय की मरम्मत
रामराय सम्प्रदाय के सिख श्री गुरू गोबिंद सिंघ जी द्वारा चलाई गई अमृतधारण करने की
प्रथा का उपहास करते है और पाँच ककारी सिंहों की खिल्ली उडाते है। जब यह जानकारी दल
खालसा के नायक बंदा सिंह को गुरूघर के कीर्तनीए बुलाका सिंह जी द्वारा दी गई तो वह
गुरू जी की निंदा सहन नहीं कर सके उन्होंने तुरन्त एक सैनिक टुकड़ी घुड़ाणी ग्राम
भेजी और पँथ विरोधियों की मरम्मत की। साथ ही बुलाका सिंह को वहाँ का स्थानीय थाने
का थानेदार नियुक्त कर दिया। यहीं पर धर्मकोट तथा अन्य क्षेत्रों के चौधरियों ने
बंदा सिंह को नजराने पेश किए।