34. मीरा पर साँप फैंकना
जब मीरा पर जहर का भी असर नहीं हुआ तो उसके भाई ने एक बँगाली सपेरे द्वारा समाधि
में लीन मीरा पर साँप फिकवाया। जब मीरा की समाधि टूटी तो उसने अपने सामने काले फन
वाला नाग देखा तो कहने लगी कि परमात्मा श्याम स्वरूप में दर्शन देने आए हैं और उसने
नाग को उठाकर अपने गले में डाल लिया और परमात्मा का नाम जपने मे मस्त हो गई। अब
सूर्य उदय हो चुका था। घर वालों ने सोचा कि मीरा को साँप ने डस लिया होगा और वह मर
चुकी होगी। अब उसके अन्तिम सँस्कार की तैयारी भी करनी है। जब वो उठकर पूजा वाले कमरे
में आए तो वहाँ पर मीरा ने साँप को माला की तरह अपने गले में पहना हुआ था और
परमात्मा का जाप कर रही थी। परिवार वाले यह देखकर हैरान हो गए और दूसरा वार भी खाली
जाता देखकर वह कोई और तरीका सोचने लगे।