4. गीता का पाठ
एक बार गुरू नानक जी हाथ में कोई पुस्तक सी लेकर देख रहे थे कि पिता जी ने कहा नानक
क्या पढ़ रहा है। पिता जी गीता पढ़ रहा हूं। गुरू नानक जी ने बोला। तभी आपके पुराहित
पण्डित गोपाल जी भी आ गये और कहने लगे कि नानक हमे भी गीता का पाठ सुनाओ। तब गुरू
जी ने केवल आठ वर्ष की आयु में गीता का पाठ और अर्थ ऐसे ढंग से सुनाए कि पुराहित और
पिता जी दोनों ही दंग (हैरान) रह गये।